
कटहल का अचार बहुत कॉमन नहीं है , मुख्य रूप से उत्तर भारत मैं इसे सब्ज़ी के रूप मैं ही खाया जाता है । अन्य कई प्रदेशों मैं पका हुवा कटहल ज़्यादा खाया जाता है । दक्षिण भारत मैं इसके चिप्स स्नैक्स की तरह खाए जाते है ।
कटहल का ऊपरी छिलका बेहद सख़्त होता है , घर पर इसे काटना मुश्किल होता है , साथ ही इसे काटते समय हाथो पर तेल और चाकु और कटहल पर बार बार निबु लगाना पड़ता है अतः जहाँ तक हो सके कटवा कर ही ले ।
अचार बनाने के लिए कच्चा कटहल ले , यह देखे कि बीज बड़े व सख़्त ना हो ।

आवश्यक सामग्री
- कटहल 1 kg
- कच्चे आम 250gm
- सोंफ 3 बड़े चम्मच
- पिली सरसों 3 बड़े चम्मच
- मेथी दाना 1 छोटी चम्मच
- कलोंजी. 1 छोटी चम्मच
- लाल मिर्च 1 बड़ा चम्मच
- हल्दी 1/4 छोटी चम्मच
- नमक स्वादानुसार
- हींग 1/4 छोटी चम्मच
- सरसों का तेल 250ml
बनाने की विधि
कटहल छोटे टुकड़ों मैं काट ले , एक भगोने मैं पानी उबाले , ऊपर एक छलनी रखे , इसमै कटहल के टुकड़े रखे , ढाँक दे , दस मिनट तक भाप मैं पकने दे , निकाल कर एक कॉटन के कपड़े पर फेला दे , लगभग दो घंटे तक फ़ेले रहने दे ।
सोंफ , पिली सरसों को हल्का सा भून कर बारीक पिस ले , मेथीदाना और कलोंजी नहीं पिसना है ।
कच्चे आम छिल कर कद्दूकस कर ले ( चाहे तो छोटे टुकड़ों मैं भी काट सकते है )
कढाही मैं एक चम्मच तेल डाले , हींग डाले मेथी दाना और कलोंजी डाले , हल्दी डाले , कच्चे किसे आम डाले , कटहल डाले , सोंफ , सरसों , लाल मिर्च व नमक डाले , अच्छी तरह से मिक्स कर ले , गैस बंद कर दे ।
सरसों का तेल ख़ुशबू आने तक गरम करे ।
ठण्डा होने पर अचार मैं डाल दे ।
तैयार है खट्टा , तिखा मसालेदार कटहल का अचार ।
इस अचार को पूरे साल स्टोर किया जा सकता है । कोई preservative की ज़रूरत नहीं होती है , बस तेल अचार से एक इंच ऊपर तक होना चाहिए व निकालते समय सूखा चम्मच ले व ढक्कन मैं ऐल्यूमिनीयम foil लगा कर रखे ।
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